Article Title |
जनसंख्या वृद्धि का परिदृश्य: बलिया जनपद का एक भौगोलिक अध्ययन |
Author(s) | विनीत कुमार गुप्ता, डॉo शिव प्रसाद. |
Country | India |
Abstract |
सारांश :- अध्ययन क्षेत्र अपने विशिष्ट प्राकृतिक एव सास्कृतिक गुणो के फलस्वरुप प्राचीन काल से ही मानव को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। जिसके कारण कुछ प्रारंभिक समयों को छोड़कर इस क्षेत्र की जनसंख्या में सदैव वृद्धि होती रहती है। शोध क्षेत्र में 1881 से ही जनगणना प्रारंभ होने का उल्लेख मिलता है। किंतु 1891 से पूर्व जनसंख्या संबंधी आंकड़े समुचित रूप से उपलब्ध नहीं है, इसलिए अध्ययन में 1891 से 2011 तक की जनसंख्या संबंधी आंकड़ों का प्रयोग किया गया है। अध्ययन क्षेत्र की जनसंख्या वृद्धि को चार अवस्थाओं में विभक्त कर अध्ययन किया गया है, जिसमें जनसंख्या वृद्धि का प्रथम अवस्था 1921 से पूर्व, द्वितीय अवस्था 1931 से 1951 तक, तृतीय अवस्था 1961 से 1991 तक व चतुर्थ अवस्था 1991 के बाद तक है। अध्ययन क्षेत्र में 1891 से 2011 तक के जनसंख्या वृद्धि को भी तालिका में विभक्त किया गया है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि 1891 में जनसंख्या 938101 थी, जो 2011 में बढ़कर 3239774 हो गई। जनसंख्या के क्षेत्रीय परिदृश्य के अंतर्गत 1981-1991, 1991-2001 व 2001-2011 के मध्य जनसंख्या वृद्धि को प्रदर्शित किया गया है, जिसमें 2001-2011 में अति उच्च जनसंख्या वृद्धि के अंतर्गत 3 विकासखंड बांसडीह, रेवती व सोहाव, उच्च जनसंख्या वृद्धि के अन्तर्गत भी 3 विकासखण्ड पन्दह, गड़वार व बेलहरी राग्गिलित है जबकि गध्यग जनरांख्या वृद्धि के अंतर्गत 7 विकाराखंड राियर, नगरा, चिलकहर, नवानगर, हनुमानगंज, दुबहड़ व मुरलीछपरा सम्मिलित है, जबकि निम्न जनसंख्या वृद्धि के अंतर्गत अध्ययन क्षेत्र के दो विकासखंड रसड़ा व मनियर आते है वही अति निम्न श्रेणी के अंतर्गत दो विकासखंड बेरूआरबारी व बैरिया आते हैं। जनसंख्या वृद्धि के प्रभावको के अंतर्गत प्राकृतिक व सांस्कृतिक कारकों का भी अध्ययन किया गया। |
Area | Geography |
Issue | Volume 1, Issue 10, October 2024 |
Published | 17-10-2024 |
How to Cite | गुप्ता, . ., & प्रसाद, . . (2024). जनसंख्या वृद्धि का परिदृश्य: बलिया जनपद का एक भौगोलिक अध्ययन. ShodhPatra: International Journal of Science and Humanities, 1(10), 39-52, DOI: https://doi.org/10.70558/SPIJSH.2024.v01.i10.24103. |
DOI | 10.70558/SPIJSH.2024.v01.i10.24103 |