सेना पर बनने वाली हिन्दी फिल्मों में बदलते कथानकों की सत्यता पर एक नजर

ShodhPatra: International Journal of Science and Humanities

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Open Access, Multidisciplinary, Peer-reviewed, Monthly Journal

Call For Paper - Volume: 2, Issue: 3, March 2025

DOI: 10.70558/SPIJSH

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Impact Factor: 6.54

Article Title

सेना पर बनने वाली हिन्दी फिल्मों में बदलते कथानकों की सत्यता पर एक नजर

Author(s) डॉ. यतीन्द्र सिंह कुशवाहा, उदय कुमार.
Country India
Abstract

भारत मे हिन्दी सिनेमा की शुरुआत 1890 के दहसक मे पहली बार हुआ लेकिन 1896 से लेकर आज तक की सेना पर बनी फिल्मों पर एक नजर दें तो पाएंगे की सेना परआधारित फिल्म बनाने वाले निर्देशक या यूं कहे की बदलते परिस्थितियों को ध्यान मे रखर फिल्मों के कथानक मे लगातार बदलाव करके फिल्मे बनाई जाने लगी है | जब हम सेना पर बननेवाली फिल्मों की बात करते हैं तो ज़्यादातर फिल्मों के कथानक को दुश्मन देशों के साथ हुए युद्धों के इर्द्ध गिर्द्ध घूमते हैं तो कुछ फिल्म देश के अंदर भारतीय सेना द्वारा उग्रवादियों व नक्सली के खिलाफ लड़ा जाने वाला फिल्म मिलता है लेकिन इन पर आधारित बहुत सीमित फिल्में बनी है |

Area Hindi
Published In Volume 1, Issue 8, August 2024
Published On 31-08-2024
Cite This कुशवाहा, . ., & कुमार, . (2024). सेना पर बनने वाली हिन्दी फिल्मों में बदलते कथानकों की सत्यता पर एक नजर. ShodhPatra: International Journal of Science and Humanities, 1(8), pp. 68-74.

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