महाराजगंज जनपद में जनसंख्या वृद्धि (2001 – 2011) के स्थानिक प्रतिरूप: एक भौगोलिक विश्लेषण

ShodhPatra: International Journal of Science and Humanities

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Open Access, Multidisciplinary, Peer-reviewed, Monthly Journal

Call For Paper - Volume - 2 Issue - 12 (December 2025)

DOI: 10.70558/SPIJSH

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Article Title

महाराजगंज जनपद में जनसंख्या वृद्धि (2001 – 2011) के स्थानिक प्रतिरूप: एक भौगोलिक विश्लेषण

Author(s) अनन्त श्रीवास्तव, डॉ० अनुपमा सिंह.
Country India
Abstract

यह अध्ययन महाराजगंज जनपद में 2001 से 2011 तक की जनसंख्या वृद्धि के स्थानिक प्रतिरूपों का विश्लेषण करता है। इस अध्ययन में द्वितीयक आँकड़ों का उपयोग करते हुए जनसंख्या घनत्व, साक्षरता दर, लिंगानुपात और दशकीय परिवर्तन को ध्यान में रखा गया। परिणामों से यह स्पष्ट हुआ कि जनसंख्या में 23.5% की वृद्धि हुई, जो राज्य औसत (20.2%) से अधिक है। 2001 में जनसंख्या घनत्व 699 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था, जो 2011 में बढ़कर 880 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर हो गया, जिससे संसाधनों और बुनियादी सुविधाओं पर दबाव बढ़ा। Z-Score सांख्यिकी के माध्यम से यह पाया गया कि घुघुली और परतावल जैसे विकासखण्डों में जनसंख्या घनत्व औसत से अधिक था, जबकि लक्ष्मीपुर और निचलौल में यह कम था। साक्षरता दर 46.6% से बढ़कर 61.91% हुई, हालांकि यह राज्य औसत (67.7%) से कम रही। लिंगानुपात में सुधार हुआ, जो महिला सशक्तिकरण के संकेतक के रूप में देखा गया। यह अध्ययन सुझाव देता है कि जनसंख्या दबाव के क्षेत्रों में शहरीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और संसाधनों के प्रबंधन में सुधार की आवश्यकता है। यह शोध जनसंख्या वृद्धि के स्थानिक प्रतिरूपों को समझने और समग्र विकास योजनाओं को लागू करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।

Area Geography
Issue Volume 2, Issue 12 (December 2025)
Published 2025/12/05
How to Cite ShodhPatra: International Journal of Science and Humanities, 2(12), 28-34, DOI: https://doi.org/10.70558/SPIJSH.2025.v2.i12.45442.
DOI 10.70558/SPIJSH.2025.v2.i12.45442

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