कानपुर जनपद में नगरीय वृद्धि एवं उसका पर्यावरण पर प्रभाव (एक भौगोलिक अध्ययन)

ShodhPatra: International Journal of Science and Humanities

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Open Access, Multidisciplinary, Peer-reviewed, Monthly Journal

Call For Paper - Volume - 2 Issue - 11 (November 2025)

DOI: 10.70558/SPIJSH

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Article Title

कानपुर जनपद में नगरीय वृद्धि एवं उसका पर्यावरण पर प्रभाव (एक भौगोलिक अध्ययन)

Author(s) शिवा पटेल, भूपेन्द्र यादव, डॉ. अनुपमा सिंह.
Country India
Abstract

शहरीकरण को भूमि उपयोग और भूमि आवरण परिवर्तन के सबसे प्रभावी कारको में एक माना जाता है और यह दुनिया भर की संस्कृतियों को प्रभावित कर रहा है। कानपुर नगर राज्य के सर्वाधिक शहरीकृत क्षेत्रो में से एक है। और पिछले कुछ दशकों में यहाँ अत्यधिक जनसंख्या वृद्धि और आर्थिक विकास हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर अप्रत्याशित शहरीकरण और शहरी फैलाव हुआ है। प्रस्तुत शोधपत्र कानपुर नगर में जनसांख्यिकीय और भूमि उपयोग में उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करके पर्यावरण पर शहरीकरण के प्रभाव का आँकलन करने का प्रयास करता है। आर्थिक विकास और प्रगति के लिए अपने प्राकृतिक संसाधनो के असंवहनीय उपयोग के परिणामस्वरुप कानपुर नगर पर्यावरण क्षरण से सम्बन्धित जोखिम का सामना कर रहा है। मुख्य विकास गतिविधियां जैसे सड़क निर्माण, कृषि की मांग, विनिर्माण को दूषित करना जनसंख्या वृद्धि, वनों की कटाई और अनियोजित शहरीकरण के कारण समाज और पर्यावरण के बीच सम्बन्धों में बदलाव आ रहे हैं।

Area Geography
Issue Volume 2, Issue 10 (October 2025)
Published 13-10-2025
How to Cite ShodhPatra: International Journal of Science and Humanities, 2(10), 116-122, DOI: https://doi.org/10.70558/SPIJSH.2025.v2.i10.45368.
DOI 10.70558/SPIJSH.2025.v2.i10.45368

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